काॅल सेटिंग कैसे ठीक करे – 9 स्टेप पूरा तरीका

Call Setting Kaise Kare आमतौर पर हम अपने दैनिक जीवन में बहुत सारे फोन कॉल करते रहते हैं, लेकिन कई बार हमारे फोन की सेटिंग बिगड़ जाती है और इसके कारण कॉल आना और जाना बंद हो जाता है ऐसे समय में हमें फोन से कॉल करने में कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

आज हमारा यह आर्टिकल आपकी इन्हीं समस्याओं को दूर करने पर आधारित है आपकी जानकारी के लिए बताना चाहता हूँ कि मोबाइल में अनेकों काॅल सैटिंग्स होती है, आप इन सभी को जांच कर अपनी काॅल सैटिंग आसानी से सही कर पाएंगे तो आइए दोस्तों काॅल सैटिंग कैसे ठीक करे के सफर को शुरू करते हैं।

कॉल सैटिंग क्या है? 

हमें कॉल सैटिंग करने से पहले कुछ शब्दों में जान‌ लेते हैं कि काॅल सैटिंग क्या है कॉल सेटिंग एक प्रोग्राम, ऐप्लिकेशन या मोबाइल में उपलब्ध अलग-अलग विशेषताओं और ऑप्शन को adjust करने का तरीका होता है।

यह users को उनकी कॉल, संचार सेटिंग्स, रिकॉर्डिंग, security, साउंड क्वालिटी, call forwarding, Sim card & Mobile network setting, call barring इत्यादि अन्य सेटिंग्स को अपने अनुसार नियंत्रित करने की अनुमति देता है।

कॉल सेटिंग की सहायता से users अपनी कॉल के experience को अपने आवश्यकताओं के अनुसार customize कर सकते हैं इसके माध्यम से, वे कॉल को रिकॉर्ड कर सकते हैं, कॉल की volume को adjust कर सकते हैं, कॉल की security settings को सेट कर सकते हैं और कॉल के दौरान अन्य उपयोगी कार्रवाई भी कर सकते हैं।

Call Setting Kaise Kare

काॅल सैटिंग्स आप अपने मोबाइल पर खुद आसानी से कर सकते हैं चाहे वह एंड्राइड मोबाइल हो या फिर कीपैड मोबाइल हो एप्पल का मोबाइल हो। आपको हमारे द्वारा नीचे दी गई सैटिंग्स की जांच कर लेनी है और अपनी कॉल सैटिंग्स सही कर लेनी है। 

#1. Sim Card & Mobile Network Setting

यह ऑप्शन प्रत्येक मोबाइल में मौजूद रहता है, इसमें थोड़ा बहुत नाम में अंतर हो सकता है जैसे कई मोबाइलस में यह mobile network भी हो सकता है। यह आपको setting एप्स में देखने को मिलेगा। Sim Card & Mobile Network Setting सही करने के लिए नीचे दिए गए स्टेप्स को फोलो करें-

Step1. 

अब आपको Sim1 और Sim2 का ऑप्शन देखने को मिलेगा, आप जिस सिम की सैटिंग सही करना चाहते हैं, आपको उस सिम को सिलेक्ट कर लेना है। 

Step2. 

अब आपको ऑप्शन दिखाई दे रहे हैं, उसमें आपको निम्नलिखित सैटिंग्स करनी है-

  1. पहला ऑप्शन Turn on है, जो‌ on होना चाहिए। अगर यह off है तो on कर लीजिए। अगर off किया तो वह सिम मोबाइल में शो नहीं होगी और आप न ही कॉल कर पाएंगे और न ही डाटा इस्तेमाल कर पाएंगे। 
  2. अब आपको edit sim info देखने को मिलेगा जिसमें edit sim card name और edit sim card number देखने को मिलेगा। इन्हें आप छोड़ भी सकते हैं क्योंकि इनका‌ कोई उपयोग नहीं है। 
  3. अब आपको Access Point Names में आपको Reset देखने को मिलेगा, जिस से आप अपना APN सैट कर सकते हैं, यह आपके मोबाइल को इंटरनेट से कनेक्ट करने की information देता है, इसलिए इंटरनेट न चलने में APN सैटिंग जांच अवश्य करें। 
  4. अब आपको preferred network type ऑप्शन देखने को मिलेगा जिसमें आप 2g, 3g या LTE सेवा, जिस सेवा का इस्तेमाल करना चाहते हैं का चुनाव कर लेना है। LTE सबसे बेहतर है। 
  5. अब आपको mobile network का ऑप्शन देखने को मिलेगा, जिसमें आपको सिलेक्ट नेटवर्क ऑटोमेटिकली पर क्लिक कर लेना है।
  6. अब आपको Use VoLTE का ऑप्शन देखने को मिलेगा जिसको आपको on कर लेना है, यह आपके काॅल experience को बेहतर करने का काम करेगा। 
  7. अब आपको wifi calls का ऑप्शन देखने को मिलेगा जिसमें आपको make calls using wifi को on कर लेना है। यह आपको wifi network के माध्यम से कॉल करने में मदद करेगा। 

Step3. 

अब इन‌‌ सैटिंग्स के बाद बैक आना है, अब आपको निम्नलिखित सैटिंग्स करनी है

  1. पहला ऑप्शन आपको Data on का देखने को मिलेगा, जिसको ऑन रखना है। यह ऑन नहीं है तो आप इंटरनेट नहीं चला पाते हैं। 
  2. अब आपको Dual 4g का ऑप्शन देखने को मिलेगा, जिसे आपको On कर लेना है। इससे आपके मोबाइल फोन में दोनों Sim 4g चलेगी। 
  3. अब आपको use mobile data during VoLTE calls on the secondary Sim का ऑप्शन देखने को मिलेगा जिसे on कर आप फोन कॉल के दौरान दूसरी Sim द्वारा इंटरनेट इस्तेमाल कर पाएंगे। 
  4. अब आपको Set data plan मे आप अपने मोबाइल में डाटा लिमिट सेट कर सकते हैं।
  5. अब आपको data roaming का ऑप्शन देखने को मिल जाता है, जिसमें आप allow, never allow और exception को सिलेक्ट कर सकते हैं। जब आप कवरेज क्षेत्र से बाहर हो जाते हैं तो रोमिंग आपको बात करने, टेक्स्ट मैसेज करने, ऑनलाइन आने का ऑप्शन प्रदान करता है। 
  6. अब आपको always receive MMS का ऑप्शन देखने को मिलेगा। यह एक sms का ही  प्रारूप कह सकते हैं। MMS का पूरा नाम मल्टीमीडिया मैसेजिंग सर्विस है। 
  7. अब आपको default settings में Dial का ऑप्शन देखने को मिलेगा जिसमें आप Sim1, Sim2 और not set को चुन सकते हैं। इसमें अगर आप Sim1 सिलेक्ट करते हैं तो कॉल Sim1 से होगी और not set रखते हैं तो हर बार कॉल करने से पहले sim card सिलेक्ट करना होगा। 
  8. अब आपको default settings में ही internet का ऑप्शन देखने को मिल जाता है, जिसमें आपको अपनी इंटरनेट सुविधा वाली Sim को सिलेक्ट कर लेना है।
  9. अब आपको remember sim preference का ऑप्शन देखने को मिलेगा जिसको on करते हैं तो आपको किसी नंबर के लिए सिम सिलेक्ट नहीं करना पड़ता केवल एक बार ही करना पड़ता है। 
  10. अब आपको advanced settings का ऑप्शन देखने को मिलेगा जिसमें आपको mobile network diagnosis का ऑप्शन देखने को मिलेगा। इससे आप अपने इंटरनेट में आने वाली समस्याओं का पता लगा सकते हैं। और इसके अलावा आपको दो ऑप्शन और देखने को मिलते हैं IP address और DNS server address इन दोनों में आप कोई भी बदलाव नहीं कर सकते हैं, केवल देख सकते हैं। 

#2. Call recording setting

यह सैटिंग काफी नार्मल होती है, जिसमें आपको कॉल रिकार्डिंग को ऑन/ ऑफ करने की सुविधा होती है। इसमें आपको जो ऑप्शन देखने को मिलेंगे वो इस प्रकार है-

  1. Call recording notification:- इसे on करते हैं तो आपको कॉल रिकॉर्ड होने पर सूचना मिल जाती है, अगर आप सूचना नहीं चाहते हो इसे off कर सकते हैं। 
  2. Record call automatically:- इसे on करने पर ही कॉल रिकार्डिंग सेवाएं शुरू होती है और automatically रिकार्डिंग होती रहती है। 
  3. Record Calls from:- इसमें आपको दो ऑप्शन मिलते है all numbers और selected numbers । अगर आप सभी मोबाइल नंबर की कॉल रिकार्डिंग चाहते हैं तो all numbers सिलेक्ट करे और स्पेशल नंबर के लिए selected numbers. 

#3. Call Forwarding Setting

कॉल फारवर्ड सैटिंग से पहले आपका call forwarding क्या है‌ जानना बहुत जरूरी है क्योंकि बहुत से व्यक्ति कॉल फारवर्ड क्या है नहीं जानते हैं। 

कॉल फ़ॉरवर्डिंग एक तकनीक है जिसमें एक व्यक्ति अपने मोबाइल या लैंडलाइन फ़ोन की कॉल्स को एक से अधिक फ़ोन नंबर पर फ़ॉरवर्ड कर सकता है। इसका मतलब है कि जब कोई व्यक्ति आपको फ़ोन करता है, तो यह कॉल आपके द्वारा प्री-सेट किए गए दूसरे नंबर पर भेज दी जाती है, जिससे आप अन्य जगहों पर भी उस कॉल का जवाब दे सकते हैं।

इसका उपयोग विभिन्न स्थितियों में किया जा सकता है, जैसे कि अगर आप अपने ऑफ़िस में नहीं हैं तो आप अपने मोबाइल फ़ोन की कॉल को अपने लैंडलाइन फ़ोन पर फ़ॉरवर्ड कर सकते हैं, ताकि आप आसानी से फ़ोन कॉल का जवाब दे सकें। इसके साथ ही, कुछ लोग अपने समय को बचाने के लिए कॉल फ़ॉरवर्डिंग का उपयोग करते हैं, ताकि वे एक से अधिक नंबर पर कॉल द्वारा संपर्क कर सकें।

कॉल फ़ॉरवर्डिंग के लिए नीचे दिए गए स्टेप्स को फोलो करें-

Step1. 

कॉल फ़ॉरवर्डिंग वाले ऑप्शन पर क्लिक करें। 

Step2. 

जिस नंबर पर कॉल फारवर्ड सैटिंग करना चाहते हैं, उस सिम को सिलेक्ट करना है। 

Step3. 

अब आपको call forwarding option में Voice और Video दो ऑप्शन देखने को मिलेंगे। आप अगर voice कॉल फ़ॉरवर्डिंग करना चाहते हैं तो voice पर क्लिक करें और video कॉल फ़ॉरवर्डिंग करना चाहते हैं तो video पर क्लिक करें। 

Step4. 

उसके बाद फोन आपकी सैटिंग्स read करेगा जिसमें  1 मिनट तक का समय लग सकता है। जिसके बाद आपको चार ऑप्शन शो होंगे। 

  1. Always forward :- इसे on करने पर आपके सिम पर आने वाली सभी काल फारवर्ड हो जाएंगी। 
  2. When busy :– अगर आप किसी दूसरे व्यक्ति से बात कर रहे हैं केवल तभी कॉल फारवर्ड होगी। 
  3. When unanswered :- इसमें अगर आप कॉल नहीं उठाते हैं केवल तभी कॉल फारवर्ड होगी। 
  4. When unreachable :- इसमें आपके मोबाइल पर नेटवर्क न होने, switch off होने इत्यादि स्थिति में आपसे संपर्क न हो पा रहा हो तब कॉल फारवर्ड हो जाती है। 

इन ऑप्शन में से आप अपने अनुसार ऑप्शन को सिलेक्ट करे और उसके बाद आगे के स्टेप्स फोलो करें-

Step5. 

अब आपको नंबर डालने को कहा जाता है जिस नंबर पर आप कॉल फारवर्ड करना चाहते हैं। नंबर डालने के बाद आपको Turn on पर क्लिक कर देना है जिसके बाद कॉल फ़ॉरवर्डिंग एक्टिवेट हो जाएगी। 

#4 Call Waiting Setting

Call waiting सैटिंग करने से पहले जानते हैं कि call waiting क्या होती है, और उसके बाद call waiting सैटिंग जानेंगे। 

कॉल वेटिंग एक ऐसी तकनीक है जिसमें जब आप किसी से फ़ोन पर बातचीत कर रहे होते हैं और उसी समय कोई दूसरा व्यक्ति अगर आपको फ़ोन करता है, तो उस कॉल को आपको एक विशेष अलर्ट के साथ सूचित किया जाता है। इससे आप आपकी मौजूदा बातचीत को रोककर उस नए कॉल का जवाब दे सकते हैं या फिर उसे अनदेखा भी छोड़ सकते हैं।

कॉल वेटिंग सैटिंग करना बहुत ही आसान है, इसके लिए आप निम्न स्टेप्स को फोलो करें-

Step1. 

Call waiting वाले ऑप्शन पर क्लिक करें। 

Step2. 

जिस सिम पर आप कॉल वेटिंग सैटिंग करना चाहते हैं उसे सिलेक्ट करे। 

Step3. 

Call waiting वाले ऑप्शन को On करे और कुछ ही सैकण्ड में सैटिंग्स अपडेट हो जाएगी और आपकी call waiting सेवाएं शुरू हो जाएगी। 

#5. Incoming Call settings

यह सैटिंग्स आप अपनी सुविधा के लिए करते हैं, इनका कोई ज्यादा खास उपयोग नहीं है। लेकिन हम आपको इसमें मिलने वाली सैटिंग्स को‌ आसान भाषा में कुछ ही शब्दों में बताएंगे-

  1. Flip to silence ringer :- इसमें अगर आपका मोबाइल किसी टेबल आदि समतल जगह पर है vibration, flashing Off हो जाएगी। 
  2. Quite ringer when lifted :- जब आप फोन को‌‌ हाथ में उठा लेते हैं तो रिंगटोन की आवाज कम हो जाएगी। 
  3. Increase ringtone volume :- इसमें आप अपने अनुसार रिंगटोन की volume बढ़ा सकते हैं। 
  4. Flash when ringing :- इसे on करने के बाद जब भी कॉल आएगी रिंगटोन के साथ मोबाइल की flash light भी जलेगी। 
  5. Proximity sensor :- इस सैटिंग को on करने के बाद आप कॉल उठाने के बाद जब कान के पास मोबाइल लेकर जाते हैं तो मोबाइल स्क्रीन automatically ऑफ हो जाएगी। 
  6. Mute first ring :- जब किसी अनजान नंबर से पहली कॉल आएगी तो वह mute हौ जाएगी लेकिन दूसरी बार आने पर रिंगटोन बजेगी। 

#6. Blocklist setting

Blocklist का सीधा-सीधा मतलब है किसी नंबर को block करना। जब आप किसी नंबर को blocklist में डाल देते हैं तो वह आपको कॉल और SMS नहीं कर सकता है। आप बाद में blocklist में डाले गए नंबर को हटा भी सकते हैं। 

Blocklist में आपको दो ऑप्शन देखने को मिलेंगे जिसमें call blocklist और sms blocklist है। इसमें जिस नंबर की जो सुविधा बंद करना चाहे उसमें आपको उसका मोबाइल नंबर एड कर देना है। 

#7. Location 

यह सैटिंग ऑन करने पर आने वाली कॉल में कंट्री कोड दिखेगा जैसे +91 यह भारत से आने वाली कॉल को दर्शाता है। इसमें आपको निम्नलिखित ऑप्शन देखने को मिलेगें-

  1. Show location :- आपको show location वाले ऑप्शन को on करना है जिसके बाद आप नीचे वाले ऑप्शन में बदलाव कर पाएंगे। 
  2. इसमें dailing assistant में आपको default country code और add country code का ऑप्शन देखने को मिलेगा। default में कंट्री कोड +91 सेट होता है। add country code को on कर देना है जिससे आप जब भी किसी को कॉल करते हैं तो उस नंबर के आगे +91 अपने आप लग जाएगा। 

#8. Auto answer 

इस सैटिंग को on करने के बाद आपको कॉल उठाने की जरूरत नहीं पडेगी ब्लकि आपकी सैटिंग के अनुसार अपने आप कॉल उठा ली जाएगी। इसके लिए आपको निम्नलिखित सैटिंग्स करनी है-

  1. सबसे पहले आपको auto answer के ऑप्शन को on करना है जिसके बाद बाकी ऑप्शन में बदलाव कर पाएंगे। 
  2. अब आपको delay auto answer का ऑप्शन पर क्लिक करके auto answer के टाइम को no delay, 3 second, 5 second और 10 second के ऑप्शन को सिलेक्ट कर सकते है। 
  3. अब आप auto answer settings में always, headset only, Bluetooth only, headset or Bluetooth only वाले ऑप्शन में अपनी जरूरत के अनुसार ऑप्शन को सिलेक्ट करे। 

#9. Advanced settings

Advanced settings ऑप्शन पर क्लिक करने के बाद आपको बहुत से ऑप्शन दिखाई देंगे जिन्हें आइये हम एक-एक करके समझेंगे-

  1. Dial pad touch tone :- इसमें आप जब नंबर डायल करेंगे तब नंबर डायल करने पर आवाज निकलेगी, इस आवाज को आप बंद कर सकते हैं या अपने अनुसार सेट कर सकते हैं। 
  2. Quick dial :- यह आपको quick नंबर डायल करने की अनुमति देगा। इसमें आप 1 से 9 तक के नंबर पर किसी का नंबर सैट कर सकते हैं और उस नंबर को डायल कर कॉल तुरंत हो जाती है। 
  3. Redial automatically :- इस सैटिंग को ऑन करने के बाद अगर लाइन व्यस्त हो तो नंबर automatically redial हो जाता है। 
  4. Missed call reminder :- इस सैटिंग को ऑन करने के बाद आपके सैट किए टाइम पर आपको missed call allert प्रदान किया जाता है। 
  5. Vibrate when your call is answered :- इस सैटिंग को ऑन करने के बाद आप जिस व्यक्ति को कॉल करते हैं और वह कॉल उठाता है तब आपका फोन vibrate करेगा। 
  6. Call waiting notification :- इसमें आप  call waiting नोटिफिकेशन साउंड को सैट कर सकते हैं। 
  7. Quick response :- जब आप किसी कारण से काल नहीं उठा पाते हैं तो आप इस ऑप्शन को ऑन कर तुरन्त response दे सकते हैं। इसमें आपको 4 ऑप्शन मिलेंगे जिसमें आप अपने अनुसार सैट कर सकते हैं। ये 4 ऑप्शन इस प्रकार हैं-
  8. Call barring :- इसका अर्थ है कॉल को रोकना वह इनकमिंग भी हो सकती है और आउटगोइंग भी। इसमें आप सभी आउटगोइंग कॉल्स, इंटरनेशनल आउटगोइंग कॉल्स, इंटरनेशनल आउटगोइंग कॉल एक्सेप्ट to home PLMN, ऑल आउटगोइंग कॉल्सकॉल्स और इनकमिंग कॉल्स व्हाईल रोमिंग इनको बाधित कर सकते हैं। क्योंकि रोमिंग कॉल में आप के भी पैसे कटते हैं, या कोई आपको बार-बार परेशान कर रहे हो स्थिति में आप कॉल बैरिंग कर सकते हैं। 

FAQs:-

कॉल सेटिंग क्या है? 

कॉल सेटिंग का मतलब होता है किसी उपकरण की सेटिंग या layout तैयार करना ताकि वे फ़ोन कॉल के दौरान या फ़ोन सेवा का उपयोग करते समय सही तरह काम करें। यह सेटिंग अलग-अलग चीजों पर आधारित हो सकती है, जैसे कि कॉल का टाइम, कॉल का वेलकम संदेश, वार्तालाप की गुणवत्ता या किसी विशेष सेवा के लिए सहायता के लिए ऑप्शन्स का layout करना शामिल हो सकता है।

कॉल सेटिंग कहाँ है?

कॉल सैटिंग आपको मोबाइल की सैटिंग में जाकर call setting सर्च करना है और अगर सर्च ऑप्शन नहीं है तो एप्स ऑप्शन पर जाना है उसमें system app settings में जाना है जिसके बाद आपको call setting का ऑप्शन देखने को मिल जाएगा। 

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निष्कर्ष – काॅल सेटिंग कैसे ठीक करे

उम्मीद है, हमारे द्वारा इस आर्टिकल में Call Setting के बारे में दी गई जानकारी आपको पसंद आई होगी आशा करता हूँ कि हम इस आर्टिकल के माध्यम से आपके Call Setting की सभी समस्याओं को दूर हो गयी होगी। 

अगर आपको इस आर्टिकल Call Setting Kaise Kare? में डाउट हो, या आप अन्य किसी टॉपिक पर जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो कृपया कमेंट करें।

अगर आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आया है, तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें ताकि वे भी Call Setting के बारे में संपूर्ण जानकरी विस्तारपूर्वक तरीके से जान सकें। 

धन्यवाद, 

जय हिंद, जय भारत।

मेरा नाम मनोज कुमार इस ब्लॉग पर आपका स्वागत करता हूँ अगर आप टेक्नोलॉजी और पैसे कमाने की सही जानकारी चाहते है इस ब्लॉग को डेली विजिट कर सकते है और नई - नई जानकारी पढ सकते है

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